शिक्षक भर्ती परीक्षा की आधी अधूरी काउंसलिंग से विद्यार्थी परेशान
मामला शिक्षक भर्ती परीक्षा 2019 का
PEB की शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 के वर्ग एक और वर्ग दो के परिणाम के बाद होने जा रही काउंसलिंग पर सवाल उठ रहे हैं इसकी मुख्य वजह लोक शिक्षण संचालक द्वारा वर्ग 1 के 15000 पदों के लिए 1 दिसंबर से काउंसलिंग प्रारंभ करना है यहां पर यह है कि इसमें जनजातीय कार्य विभाग के 2000 पदों का कहीं कोई उल्लेख नहीं है जबकि दोनों विभागों के कुल 17000 पद होते हैं लेकिन काउंसलिंग केवल 15000 पदों पर की जा रही है इससे सवाल यह उठता है कि जनजातीय विभाग के रिक्त पदों के लिए काउंसलिंग क्यों नहीं की जा रही यह अलग से होगी तो कब होगी और इसमें किन्हे शामिल होने का मौका मिलेगा।
ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब स्कूल शिक्षा विभाग के पास नहीं है यही हाल माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का होने जा रहा है परीक्षा मंडल ने दोनों विभागों के रिक्त पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 का आयोजन किया था इसमें स्कूल शिक्षा विभाग के करीब 5505 एवं जनजाति कार्य विभाग के भी 5505 शामिल थे। इस तरह कुल 11000 पदों पर भर्ती होना थी मगर अब तक मिली जानकारी के अनुसार लोक शिक्षण संचालनालय स्कूल शिक्षा विभाग के 5500 पदों पर ही काउंसलिंग प्रक्रिया कराने जा रहा है जनजातीय कार्य विभाग के 5500 पदों का क्या होगा इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता इस तरीके से आधे उम्मीदवारों को ही नौकरी मिलेगी ।
पात्र उम्मीदवारों ने नाम ना छापने के अनुरोध पर बताया कि शिक्षक पत्रता परीक्षा देने वाले सभी उम्मीदवारों ने सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया है वह सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं उनका कहना है कि पहले परीक्षा परिणाम और बाद में काउंसलिंग के लिए चक्कर लगवाए अब आधी अधूरी काउंसलिंग कर बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है अब फरवरी-मार्च 2019 को एक साथ भर्ती परीक्षा हुई थी तो एक साथ काउंसलिंग क्यों नहीं की जा रही ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है यह हमारे साथ अन्याय हैं
वर्ग 1 की काउंसलिंग प्रक्रिया 1 दिसंबर से शुरू हो रही है इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है दूसरे विभाग की काउंसलिंग प्रक्रिया की जानकारी हमें नहीं है :- जयश्री कियावत आयुक्त लोक शिक्षण।
PEB की शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 के वर्ग एक और वर्ग दो के परिणाम के बाद होने जा रही काउंसलिंग पर सवाल उठ रहे हैं इसकी मुख्य वजह लोक शिक्षण संचालक द्वारा वर्ग 1 के 15000 पदों के लिए 1 दिसंबर से काउंसलिंग प्रारंभ करना है यहां पर यह है कि इसमें जनजातीय कार्य विभाग के 2000 पदों का कहीं कोई उल्लेख नहीं है जबकि दोनों विभागों के कुल 17000 पद होते हैं लेकिन काउंसलिंग केवल 15000 पदों पर की जा रही है इससे सवाल यह उठता है कि जनजातीय विभाग के रिक्त पदों के लिए काउंसलिंग क्यों नहीं की जा रही यह अलग से होगी तो कब होगी और इसमें किन्हे शामिल होने का मौका मिलेगा।
ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब स्कूल शिक्षा विभाग के पास नहीं है यही हाल माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का होने जा रहा है परीक्षा मंडल ने दोनों विभागों के रिक्त पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 का आयोजन किया था इसमें स्कूल शिक्षा विभाग के करीब 5505 एवं जनजाति कार्य विभाग के भी 5505 शामिल थे। इस तरह कुल 11000 पदों पर भर्ती होना थी मगर अब तक मिली जानकारी के अनुसार लोक शिक्षण संचालनालय स्कूल शिक्षा विभाग के 5500 पदों पर ही काउंसलिंग प्रक्रिया कराने जा रहा है जनजातीय कार्य विभाग के 5500 पदों का क्या होगा इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता इस तरीके से आधे उम्मीदवारों को ही नौकरी मिलेगी ।
सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान
पात्र उम्मीदवारों ने नाम ना छापने के अनुरोध पर बताया कि शिक्षक पत्रता परीक्षा देने वाले सभी उम्मीदवारों ने सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ दिया है वह सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं उनका कहना है कि पहले परीक्षा परिणाम और बाद में काउंसलिंग के लिए चक्कर लगवाए अब आधी अधूरी काउंसलिंग कर बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है अब फरवरी-मार्च 2019 को एक साथ भर्ती परीक्षा हुई थी तो एक साथ काउंसलिंग क्यों नहीं की जा रही ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है यह हमारे साथ अन्याय हैं
अधिसूचना जारी कर दी गई है
वर्ग 1 की काउंसलिंग प्रक्रिया 1 दिसंबर से शुरू हो रही है इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है दूसरे विभाग की काउंसलिंग प्रक्रिया की जानकारी हमें नहीं है :- जयश्री कियावत आयुक्त लोक शिक्षण।
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